कंसीलर क्या है और इसे कैसे लगाते हैं – How to Apply Concealer in Hindi
स्किन टाइप के अनुसार कंसीलर का चुनाव कैसे करें?
कंसीलर का मुख्य काम त्वचा के गहरे भागों की रंगत में निखार लाना है। इसका उपयोग काले घेरों के साथ, नाक और मुंह के आस पास की काली पड़ी त्वचा, मुंहासों और डार्क स्पॉट्स को छुपाने के लिए भी किया जा सकता है। कंसीलर खासतौर पर दो प्रकार के होते हैं, जिनका उपयोग अलग-अलग तरह की त्वचा के लिए किया जा सकता है। नीचे दोनों प्रकार के कंसीलर के बारे में विस्तार से बताया गया है।
1. क्रीम कंसीलर
किस तरह की त्वचा के लिए उचित – नॉर्मल से तैलीय त्वचा।
इस प्रकार के कंसीलर का टेक्सचर क्रीमी होता है। यह नॉर्मल से तैलीय त्वचा के लिए बेहतरीन तरीके से काम करता है। क्रीमी होने के कारण यह काले घेरों को पूरी तरह कवर (Full Coverage) करने में मदद कर सकता है। इस तरह के कंसीलर का उपयोग काले घेरों के साथ डिसकलरेशन को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है।
2. लिक्विड कंसीलर
किस तरह की त्वचा के लिए उचित : ड्राई से कॉम्बिनेशन त्वचा।
ये कंसीलर टेक्सचर में लिक्विड होते हैं, इनका उपयोग रूखी त्वचा के लिए किया जा सकता है। ये बहुत हल्के (Light Weight) होते हैं और त्वचा को नम बनाए रखने में मददगार हो सकते हैं। इन्हें लगाना और त्वचा में ब्लेंड करना आसन होता है। लिक्विड होने के कारण ये त्वचा में आसानी से अवशोषित (Absorb) हो जाते हैं और डार्क स्पॉट्स पर लाइट से लेकर फुल कवरेज देने में मदद कर सकते हैं।
समस्या के अनुसार कंसीलर कैसे चुनें?
जैसा कि हम बता चुके हैं कि कंसीलर का उपयोग काले घेरों के साथ, चेहरे की अन्य समस्याएं (काली पड़ी त्वचा, मुंहासों और डार्क स्पॉट्स) के लिए भी किया जा सकता है। इन सभी समस्याओं के लिए अलग-अलग कलर के कंसीलर का उपयोग किया जाता है। इन्हें आमतौर पर कलर करेक्टर भी कहा जाता है। अगर किसी को कई तरह की समस्याएं हैं, तो एक ही चेहरे पर कई रंग के कलर करेक्टर का उपयोग किया जा सकता है। इन सभी के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है।
1. काले घेरों के लिए
कुछ प्रकार के काले घेरों में आंखों के नीचे की त्वचा नीली पड़ने लगती है। इस तरह की समस्या के लिए ऑरेंज और येल्लो रंग के कलर करेक्टर को मिक्स करके उपयोग किया जा सकता है। ये आंखों के नीचे के हिस्से की रंगत को निखारकर, डार्क सर्कल्स का उपाय करने में मदद करेंगे। अगर स्किन टोन हल्का है तो इन कलर के हल्के शेड का उपयोग होगा। वहीं, अगर किसी की त्वचा का रंग गहरा है तो इन कलर्स का डार्क शेड इस्तेमाल किया जायेगा।
2. मुंहासों के लिए
मुंहासों और उसके आस पास की त्वचा अक्सर लाल पड़ जाती है। ऐसे में, वहां की त्वचा के लिए हरे रंग के कलर करेक्टर का उपयोग किया जा सकता है। यह प्रभावित क्षेत्र के लालपन को सामान्य करने में मदद करता है।
3. डार्क स्पॉट्स के लिए
डार्क स्पॉट्स के लिए साधारण कंसीलर के साथ ऑरेंज या पीच कलर के कलर करेक्टर को मिलाकर लगाया जा सकता है। ये एक्ने, पिगमेंटेशन या अन्य किसी कारण से हुए डार्क स्पॉट्स को छुपाने और त्वचा का रंग निखारने में मदद करते हैं।
कंसीलर लगाने का सही तरीका
नीचे स्टेप बाय स्टेप कंसीलर लगाने का तरीका बताया गया है, जिसकी मदद से प्रोफेशनल मेकअप आर्टिस्ट की तरह कंसीलर लगाया जा सकता है।
1. चेहरे को करें तैयार
सबसे पहले चेहरे को फेसवॉश की मदद से धो लें और स्क्रब की मदद से एक्सफोलिएट कर लें। अब उसे तौलिए से थपथपा कर पोंछें और मॉइस्चराइजर लगा लें। अब प्राइमर लगाने के सही तरीका अपनाकर, चेहरे पर प्राइमर लगा लें। यह मेकअप को देर तक टिके रहने में मदद करेगा।
2. डार्क सर्कल्स को छुपाएं
अब ऑरेंज और येल्लो रंग के कलर करेक्टर को मिलाकर, आंखों के नीचे मौजूद काले घेरों पर लगाएं। इसके लिए आंखों के नीचे इससे एक लाइन खींचें और फिर डार्क सर्कल की लंबाई के अनुसार, कंसीलर को गालों की ओर लाते हुए एक वी-शेप बनाएं। इससे फुल कवरेज मिलेगा। अब इसे ब्यूटी ब्लेंडर की मदद से थपथपा कर ब्लेंड कर लें।
3. नाक के आस-पास का लालपन
अगर चेहरे पर मुंहासे हैं या नाक के आसपास की त्वचा लाल पड़ गई है तो हरे रंग के कलर करेक्टर का उपयोग करें। इसे उंगली की मदद से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और ब्यूटी ब्लेंडर की मदद से थपथपा कर ब्लेंड कर लें।
4. डार्क स्पॉट्स के लिए
त्वचा के किसी भी हिस्से पर मौजूद डार्क स्पॉट्स, धब्बों या अन्य किसी प्रकार के निशान के लिए, अपनी स्किन टोन के अनुसार ऑरेंज या पीच रंग के कलर करेक्टर लगाएं। इसकी थोड़ी सी मात्रा को उंगलियों या ब्रश की मदद से प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और फिर उसे ब्लेंड कर लें।
5. सेट करें मेकअप
पूरे चेहरे के डार्क स्पॉट्स को विभिन्न रंग के कलर करेक्टर से कवर कर लेने के बाद, चेहरा रंगीन सा लग सकता है। ऐसे में घबराने की कोई बात नहीं है। ऐसे में अपने चेहरे पर थोड़ी मात्रा में फाउंडेशन लगाएं और उसे ब्यूटी ब्लेंडर की मदद से चेहरे पर ब्लेंड करें। इसके बाद भी अगर डार्क सर्कल्स या डार्क स्पॉट्स दिख रहे हों तो लिक्विड कंसीलर की मदद से उन्हें कवर कर सकते हैं। अंत में, लूस पाउडर की मदद से अपने मेकअप को सेट कर लें।
क्या कंसीलर को फाउंडेशन की तरह इस्तेमाल कर सकते है?
कई लोगों को यह लगता है कि कंसीलर का उपयोग फाउंडेशन की तरह भी किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं है। दरअसल, दोनों का उपयोग अलग-अलग चीजों के लिए किया जाता है। जहां एक तरफ कंसीलर काले घेरों और डार्क स्पॉट्स को छुपाने में मदद करता है, वहीं फाउंडेशन मेकअप के लिए एक बेस तैयार करता है।
प्रो-टिप – अगर आप हेवी फाउंडेशन का उपयोग नहीं करना हो तो सीसी क्रीम (Complexion Care Cream) का उपयोग कर सकते हैं।
कंसीलर लगाने के कुछ और टिप्स और सावधानियां
कोशिश करें कि कंसीलर को हमेशा सूरज की रोशनी में ही लगाएं। इससे पता रहेगा कि कितना कंसीलर लगाने की जरूरत है।
आंखों के नीचे कंसीलर के बिंदु लगाने की जगह त्रिकोण बनाए (जैसा कंसीलर लगाने के तरीके में बताया गया है)। इस तरह लगाने से यह फैलने और त्वचा में अवशोषित होने में आसान रहता है।
चाहें तो आईशैडो लगाने से पहले आंखों के ऊपर थोड़ा सा कंसीलर लगा सकते हैं। यह आईशैडो को देर तक टिके रहने में मदद करेगा।
लिप बाम के बाद लिप प्राइमर की जगह होठों पर कंसीलर का उपयोग किया जा सकता है। यह लिपस्टिक को फैलने से बचाएगा और देर तक टिके रहने में मदद करेगा।
कंसीलर को लगाने के बाद उसे हमेशा थपथपा कर ब्लेंड करें।
अगर पसीने के कारण कंसीलर में क्रीस आने लगे तो टिश्यू की मदद से उसे थपथपा कर ब्लेंड करें।
हमेशा अपनी त्वचा और समस्या के अनुसार ही कंसीलर का चुनाव करें।
कभी भी किसी लोकल कंसीलर का उपयोग न करें। हमेशा एक अच्छे व विश्वसनीय ब्रांड के प्रोडक्ट का ही उपयोग करें।